भारत में वर्ष 2023 में महिलाओं की श्रम बल भागीदारी में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 9 अक्टूबर को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी श्रम बल सर्वेक्षण रिपोर्ट 2022-23 के अनुसार देश में महिला श्रम बल भागीदारी दर 4.2 प्रतिशत अंक बढ़कर 37 प्रतिशत हो गई है। साल 2021-22 में यह दर 32.8 प्रतिशत थी।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के मुताबिक महिला श्रम बल भागीदारी दर में यह महत्वपूर्ण उछाल सरकार के दीर्घकालिक सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक विकास के नीतिगत उपायों के माध्यम से सुनिश्चित हुआ है। महिला सशक्तीकरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित निर्णायक एजेंडे के कारण श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोतरी हो रही है। सरकार की पहल में लड़कियों की शिक्षा, कौशल विकास, उद्यमिता सुविधा और कार्यस्थल में सुरक्षा शामिल हैं। इन क्षेत्रों में नीतियां और कानून, सरकार के 'महिला-नेतृत्व वाले विकास' एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं।