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''शब्द पर्व'' के ''रंग संवाद'' में प्रवीण गुंजन ने कहा

बेगूसराय, 08 अप्रैल। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति बरौनी एवं इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन बरौनी रिफाइनरी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय वार्षिक पुस्तक मेला ''शब्द पर्व'' के तहत बीते रात रंगकर्मी-सह-नाट्य निर्देशक प्रवीण कुमार गुंजन से रंग संवाद कार्यक्रम के तहत वार्ता आयोजित की गई। रिफाइनरी टाउनशिप कल्याण केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में प्रवीण कुमार गुंजन ने अपने रंगमंचीय यात्रा के संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सामाजिक सरोकारों की प्रस्तुति के लिए रंगमंच एक जीवंत विधा है। प्रगतिशील समाज के निर्माण में इसकी भूमिका निर्विवाद है। नाटक अपने विषय का चयन समाज से ही करता है, पुनः अपनी जीवंत प्रस्तुति के माध्यम से उस विषय को समाज को वापस कर देता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि रंगमंच के माध्यम से उन्नत कैरियर भी बना सकते हैं। लेकिन इसके लिए धैर्य की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में आजीविका को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। रंगमंच समाज की संकीर्णता, कुरीतियों और अन्याय के विरोध में प्रतिरोध की प्रखर आवाज उठाने का साहस और जोखिम लेता है तथा समाज को सोचने के लिए जागृत एवं प्रेरित भी करता है। रंग संवाद में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वे कभी गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं करते हैं। नित्य नए-नए प्रयोग कर वह इसे दिलचस्प और रोचक बनाने की कोशिश करते हैं। गुंजन ने कहा कि कला को समृद्ध बनाने मे शासकीय सहायता महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। गुंजन से प्रश्न कर रहे थे रंगकर्मी कुमार अभिजीत मुन्ना। इससे पूर्व कल्याण केंद्र के सचिव भोगेन्द्र कुमार कमल ने दोनों रंगकर्मियों को सम्मानित किया। विषय प्रवेश कराया कल्याण केंद्र उपाध्यक्ष वागीश आनंद तथा धन्यवाद ज्ञापन महेश राव ने किया।
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