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शहीद उद्यम सिंह आजाद नाटक का मंचन किया गया

अम्बाला, 22 मार्च:- आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृखंला में सूचना, जन सम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में थियेटर फॉर थियेटर द्वारा जलियांवाला बाग हत्याकांड और शहीद उद्यम सिंह जी के बलिदान पर आधारित शहीद उद्यम सिंह आजाद नाटक का मंचन किया गया। कार्यक्रम में योगा फैडरेशन के अध्यक्ष राजिन्द्र विज व एसडीएम अम्बाला छावनी सतिन्द्र सिवाच ने शिरकत करते हुए दीपशिखा प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इससे पहले यहां पहुंचने पर मुख्य अतिथि का कॉलेज प्राचार्या श्रीमती खुशीला, उप कॉलेज प्राचार्य देशराज व डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार ने पुष्प गुच्छ देकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के दौरान नाटक में शामिल कलाकारों ने जलिवालां बाग हत्याकांड व शहीद उद्यम सिंह द्वारा देश की आजादी के लिए जो बलिदान एवं पराक्रम किया गया था उसका बखूबी प्रदर्शन किया गया। उपस्थित विद्यार्थियों ने तालियां बजाकर, वंदे मातरम, भारत माता की जय के उदघोष नारों से कलाकारों द्वारा दी गई प्रस्तुति के लिए उनका अभिवादन किया, पूरा ऑडिटोरियम देशभक्तिमय हो गया। उद्यम सिंह के रोल की भूमिका में मनिन्द्र सिंह भ_ी ने बखूबी निभाई व अमृतपाल सिंह ने अनसंग वीरों के रूप में जो कुर्बानी दी गई थी उसका भी बेहतर प्रदर्शन किया। अन्य कलाकारों द्वारा जो प्रस्तुति दी गई वह काफी सराहनीय रही। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे योगा फैडरेशन के अध्यक्ष राजिन्द्र विज ने सूचना, जन सम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जलियांवाला बाग हत्याकांड और शहीद उद्यम सिंह जी के बलिदान पर आधारित जो नाटक का आयोजन किया गया है उसकी सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा इस तरह के नाटकों का आयोजन करने से विद्यार्थियों को देश की आजादी से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। देश को आजाद करवाने में हमारे वीरों ने प्राणों तक को न्यौछावर कर दिया था, उनकी जीवन गाथा का भी इन नाटकों के माध्यम से पता चलता है। उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल 1919 को बैशाखी वाले दिन अमृतसर के जलिवांला बाग में जब सभी धर्मों के लोग इक्क_े हुए थे तो उस समय जरनल डायर ने निहत्थो पर गोली चलवा दी और इस घटना में काफी लोगों की जान चली गई थी तथा करीब 1400 लोग घायल हो गये थे। इस घटना से शहीद भगत सिंह व उद्यम सिंह पर काफी प्रभाव पड़ा और वे क्रांतिकारी बन गए और इस लड़ाई में सुखदेव व अन्य क्रांतिकारियों ने भी अपनी भूमिका निभाई। उन्होने उपस्थित विद्यार्थियों को यह भी कहा कि आज हम जो सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं उसके पीछे देश को आजाद करवाने वाले हमारे अनसंग क्रांतिकारी वीर है। शहीद उद्यम सिंह ने अंग्रेजों से जलिवांला बाग हत्याकांड का बदला लेने के लिए लगभग 21 वर्ष संघर्ष किया और वीरता का परिचय देते हुए 13 मार्च 1940 को लंदन के कोक्स्टन हॉल में जाकर जरनल डायर की गोली मारकर हत्या कर दी और जलिवांला बाग हत्याकांड का बदला लिया। अंग्रेजों ने उद्यम सिंह को गिरफ्तार कर लिया और 31 मार्च 1940 को उन्हें फांसी दे दी गई। हमें अपने शहीदों को नमन करना चाहिए। भारत के नव निर्माण के लिए हमें अपना पूर्ण योगदान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में अन्य क्रांतिकारी वीरों का भी योगदान है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि गृह एवं स्वास्थ मंत्री अनिल विज के विशेष प्रयासों से अम्बाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर अम्बाला छावनी में करोड़ों रूपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आजादी की पहली लड़ाई का शहीदी स्मारक बनाने का काम किया जा रहा है। इस शहीदी स्मारक में आजादी की लड़ाई से जुड़े सभी तथ्यों को दर्शाने का काम किया जायेगा। आजादी की लड़ाई की पहली चिंगारी मेरठ से 9 घंटे पहले अम्बाला छावनी से शुरू हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि वे योगा फैडरेशन के चेयरमैन के साथ-साथ स्वीमिंग एसोसिएशन, जिम्नास्टिक एसोसिएशन, हॉकी एसोसिएशन व फुटबाल एसोसिएशन के प्रधान भी है और अम्बाला छावनी में 11 योगशालाओं के माध्यम से काफी संख्या में लोग योग से जुडक़र अपने आप को स्वस्थ रखने का काम भी कर रहे हैं, 11 अप्रैल को बैशाखी पर्व पर सुभाष पार्क स्थित ओपन एयर थियेटर में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। उन्होने उपस्थित विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम का निमंत्रण देते हुए कहा कि यदि किसी भी विद्यार्थी में संगीत से जुड़ी प्रतिभा है तो वे यहां आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। मंच संचालन की भूमिका यादविन्द्र सिंह राणा ने बखूबी निभाई। इस अवसर पर राजिन्द्र विज ने नाटक के निदेशक सुदेश शर्मा के निर्देशन में मनिन्द्र सिंह भ_ी, अमृतपाल सिंह, विनोद पंवार, कर्म चंदेल, रविन्द्र चौहान, अंकुश राणा, कुमारी ईशु बब्बर व अन्य कलाकारों द्वारा जो नाटक तैयार किया गया है उसकी यहां जो प्रस्तुति दी गई है उसकी भूरि-भूरि सराहना की। इस मौके पर मुख्य अतिथि राजिन्द्र विज ने वशिष्ठ अतिथि एसडीएम सतिन्द्र सिवाच को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर व नाटक निदेशक सुदेश शर्मा तथा कॉलेज प्रिंसीपल को शाल भेंट कर अभिनंदन किया तथा डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर उनका यहां पहुंचने पर भव्य अभिनंदन किया। बॉक्स:- कार्यक्रम के दौरान कलाकारों द्वारा दी गई प्रस्तुति की उपस्थित सभी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की गई। कलाकारों द्वारा दूनिया के हर इक झंडे ते साडा तिरंगा भारी है, शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले, वतन पर मरने वालों का बाकी यही निशां होगा व अन्य प्रस्तुति से सभी में देशभक्ति की भावना को जागृत किया। इस मौके पर एसडीएम सतिन्द्र सिवाच, डीआईपीओ धर्मेन्द्र कुमार, कॉलेज प्राचार्या खुशीला, उप प्राचार्य देशराज, प्रो0 धर्मवीर के साथ-साथ अन्य स्टाफ सदस्य व विद्यार्थिगण उपस्थित रहे।
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