गत 13 व 14 अगस्त को हुई बारिश व बाढ़ की वजह से मंडी शहर से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक एवं माध्यमिक पाठशाला चडयारा के परिसर में भारीमात्रा में मलबा घुस गया है। वहीं पर प्राथमिक पाठशाला चडयारा के तीन कमरों में दो से ढाई फुट तक मिट्टी भर जाने से स्कूल का सामान व रिकार्ड खराब हो गया। प्राथमिक पाठशाला के कमरों में मलबा भर जाने की वजह से बच्चों को बैठने की जगह नहीं है। जिसकी वजह से विभाग की ओर से प्राईमरी के बच्चों को आगामी व्यवस्था होने तक छुट्टी दे दी है और उनकी पढ़ाई ऑन लाईन माध्यम से करवाई जा रही है।
स्कूल के तीन में से एक कमरे की सफाई स्कूल में तैनात शिक्षिका ने मल्टी टास्क वर्कर के सहयोग से स्वयं बेलचा लगा कर हटाकर बैठने के काबिल बना दिया है। लेकिन दो कमरों में भारी मात्रा में मलबा हटाने के लिए सामाजिक स्तर पर सहयोग की आवश्यक्ता थी। इसे देखते हुए सामाजिक संस्था भोला भाई ट्रस्ट आगे आया है।
भोला भोला भाई चेरीटेवल ट्रस्ट मंडी के संचालक सरदार निर्मल सिंह भोला व मु य सलाहकार तेजलाल चंदेल ने राजकीय प्राथमिक पाठशाला चडयारा में प्राकृतिक आपदा से कमरों में भरे मलबे को ट्रस्ट के माध्यम से साफ करने का जि मा लिया है ताकि बच्चे पुन: अपनी पढ़ाई ठीक से शुरू कर सकें। ट्रस्ट के मु य सलाहकार तेजलाल चंदेल ने बताया कि ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने स्कूल परिसर का दौरा करने पर पाया कि स्कूल परिसर में इतना मलबा भर गया है कि उसे हटने के लिए लाखों रूपए की दरकार है। जिसके लिए वे एसएमसी के साथ अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी से मिले और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाया।
उन्होंने बताया कि एडीसी महोदया ने एसडीएम सदर को मौका पर जाकर स्कूल परिसर में हुए नुक्सान का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। तेज लाल चंदेल ने बताया कि भोला भाई चेरिटेबल ट्रस्ट के संचालक सरदार निर्मल सिंह भोला और उन्होंने स्वयं यह निर्णय लिया है कि स्कूल के दो कमरों में पड़ी मिट्टी को टद्यस्ट लेबर लगाकर हटवा देगा। जिससे बच्चों के बैठने की व्यवस्था हो और उनकी पढ़ाई बाधित न हो। जबकि स्कूल परिसर से मलबा हटाने और नाले के साथ सुरक्षा दीवार लगाने के लिए कम से कम पांच लाख रूपए की आवश्यक्ता है। जिसके लिए विभाग के माध्यम से प्रशासन को प्रारूप भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि बीते 13-14 अगस्त को हुई बारिश से चडयारा स्कूल के साथ बहने वाले नाले में आई बाढ़ से स्कूल की सुरक्षा दीवार टूट गई और भारी मात्रा में मलबा और पत्थर स्कूल परिसर में घुस गया। जिससे स्कूल के मैदान, तीन कमरों और बरामदे में ढाई से तीन फुट तक मलबा भर गया। स्कूल के कमरे खुलवाने के लिए नगर निगम की जेसीबी द्वारा बरामदे का मलबा हटा दिया । मगर अभी स्कूल परिसर में बिखरे भारी मात्रा में मलबे को हटाया जाना शेष है। स्कूल प्रबंधन समिति की प्रधान रीना ने प्रशासन से मलबा हटाने की मांग की है, ताकि बच्चों को स्कूल भेज कर उनकी सुचारू रूप से पढ़ाई शुरू की जा सके।