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समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करने की प्रेरणा देते हैं खेल

खेल व्यक्ति के चहुंमुखी विकास के लिये लाभदायक है। व्यक्ति चाहे किसी भी पद पर हो हमेशा खिलाड़ी बनकर ही जीवन को जीना चाहिए। यह बात सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने कही। वे रेलवे ग्राउंड में शुरू हुई तीन दिवसीय सीनियर राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि खेल हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करने की प्रेरणा देते है। प्रतियोगिता के माध्यम से उत्कृष्ट खिलाड़ियों की प्रतिभा निकल कर सामने आती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शीघ्र ही राजस्थान के खिलाड़ी ओलंपिक में भी प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। समारोह की अध्यक्षता करते हुए मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि बीकानेर में इस तरीके के आयोजन होने से खिलाडिय़ों में उत्साहवर्धन होता है। तीरंदाजी खेल बीकानेर में लोकप्रिय खेलों में से एक है यहां पर कई खिलाडिय़ों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि माध्यमिक शिक्षा विभाग की अतिरिक्त निदेशक रचना भाटिया ने कहा कि विद्यालय स्तर से ही खिलाडिय़ों को खेल मैदान में अपना कदम रख लेना चाहिए जैसे-जैसे विद्यालय स्तर के खिलाड़ी मेहनत करेंगे धीरे-धीरे उन में निखार आता चला जाएगा और देश को पदक दिलाने में कामयाब होंगे। कार्यक्रम में अर्जुन अवार्डी रजत चौहान, पैरा ओलंपियन श्यामसुंदर स्वामी, प्रिया गुर्जर, प्राची सिंह का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष के के जादम, राजेंद्र जोशी, सुरेंद्र सिंह गुर्जर, विजय खत्री, चंद्रशेखर जोशी, जिला तीरंदाजी संघ बीकानेर के सचिव शिवरतन रंगा, मारकंडे पुरोहित, भंवर लाल व्यास, रोटरी रॉयल्स के पुनित खत्री, रविकांत भाटी, अनिल चांगरा, आनंद स्वामी, अनिल मिश्रा, एकलव्य एकेडमी के डायरेक्टर पूजा आचार्य, प्रशांत अचार्य, आत्माराम भाटी, सुभाष जोशी, तैराकी प्रशिक्षक गिरिराज जोशी, कंपनी सेक्रेट्री नितेश रंगा सहित प्रशासनिक व खेलों के क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति मौजूद रहे। इससे पूर्व आयोजन सचिव अनिल जोशी ने आए हुए सभी अतिथियों, खिलाडिय़ों का शब्दों से स्वागत करते हुए प्रतियोगिता की रूपरेखा के बारे में बताया।

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