अम्बाला, 19 जून:-
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में सोमवार को वार हीरोज मैमोरियल स्टेडियम अम्बाला छावनी में पायलट रिहर्सल का आयोजन किया गया। पायलट रिहर्सल में एसडीएम सतिन्द्र सिवाच ने उपस्थित प्रतिभागियों के साथ प्रोटोकोल के तहत योग की विभिन्न क्रियाएं करते हुए सभी को योग से जुडऩे बारे प्रेरित किया। इससे पहले एसडीएम सतिन्द्र सिवाच ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके पायलट रिहर्सल का शुभारम्भ किया।
एसडीएम सतिन्द्र सिवाच ने इस मौके पर उपस्थित सभी प्रतिभागियों को कहा कि मन की एकाग्रता को बनाये रखने के लिये योग को करना बेहद आवश्यक है। हमें आज यहां से संकल्प लेना है कि योग दिवस पर ही नहीं, बल्कि नियमित रूप से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना है। योग का मतलब शरीर से जुडऩा है। नियमित रूप से योग करके हमें अनावश्यक बीमारियों से बच सकते हैं और यदि हम किसी बीमारी की चपेट में आ भी जाएं तो योग करके हम उस बीमारी से भी निजात पा सकते हैं। योग की इस विदा को हमें मन से आत्मसात करने की आवश्यकता है। भागदौड़ भरी जिदंगी में शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिये योग करना जरूरी है। तनाव को दूर करने में योग का एक महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने यह भी कहा कि आज योग की महत्वता बढ़ गई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस को भव्य तरीके से मनाने का काम किया जाता है। योग एक प्राचीन कला है, सिंधु घाटी की सभ्यता में जो अवशेष एवं कृतियां मिली थी, उनमें भी योग के महत्व को दर्शाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार भी आज योग हमारे जीवन में अति आवश्यक है।
एसडीएम ने इस मौके पर यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हमें अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन भी करवाना है। योग बारे स्वंय सचेत रहना है तथा दूसरों को भी योग से जोडऩा है। इस मौके पर हरियाणा योग आयोग के सदस्य पंकज कुमार ने प्रोटोकोल के तहत योग की विभिन्न क्रियाएं करवाई गई। पायलट रिहर्सल के दौरान योग प्रशिक्षकों द्वारा सम स्थिति, ग्रीवा चालन, स्कंध चालन, स्कंध खिंचाव, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन, कपालभाति इत्यादि आसन करवाए गये। इसके अलावा अनुलोम-विलोम, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम व ध्यान का भी अभ्यास किया गया।
इस मौके पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा0 शशिकांत शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार, बीईओ रेनू अग्रवाल, श्याम अरोड़ा, कोच राम शर्मा, आयुष विभाग से डा0 सतपाल, संदीप मलिक के साथ-साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।