जिला अस्पताल से सटे राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप ड्रीम पार्क की तरफ जाने वाले और आने वाले रास्ते पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जिसका जिला प्रशासन शायद इंतजार कर रहा है।दरअसल जिला अस्पताल के साथ लगते ड्रीम पार्क की तरफ जाने वाली रोड पर छोटे-बड़े वाहन रॉन्ग साइड से एंट्री करते नजर आते हैं। लेकिन ट्रैफिक पुलिस का कोई भी कर्मचारी उस मोड पर दिखाई नहीं देता। वाहन चालकों ने ट्रैफिक पुलिस से अपील भी की है की राष्ट्रीय राजमार्ग से ड्रीम पार्क की तरफ जाने वाले मोड़ पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी को तैनात किया जाए ताकि कोई बड़ा हादसे ना हो। गौरतलब हो कि कालीबाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग से जिला अस्पताल या ड्रीम पार्क की ओर जाने वाले वाहन चालक ज्यादातर अस्पताल के सामने बने कट का इस्तेमाल करते हुए रॉन्ग साइड से ड्रीम पार्क की तरफ जाते हैं, जबकि इसके लिए खरोट मोड़ कट का इस्तेमाल करना पड़ता है, लेकिन जल्दी के चक्कर में लोग रॉन्ग साइड से एंट्री करते हैं। वहीं ड्रीम पार्क से राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर आने वाले वाहन चालक अपनी सही दिशा का इस्तेमाल करते हैं और ठीक अस्पताल की दीवार से सटे राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई एंबुलेंस और भारी भरकम वाहन भी खड़े रहते हैं। जिसकी वजह से रॉन्ग साइड से एंट्री करने वाले और सही दिशा से आने वालों का आमना सामना होता है और एक दूसरे को रास्ता देने के लिए कुछ वाहन चालक राष्ट्रीय राजमार्ग के बीचों-बीच से गुजरते हैं। जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले से ही तेज गति से वाहन गुजर रहे होते हैं। जिसके चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस वाले शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उसका खामियाजा भी आम जनता को अपनी जान गवांकर भुगतना पड़ेगा।
इसी मोड़ पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी है लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने इस पर कोई कड़ा संज्ञान नहीं लिया। ट्रैफिक पुलिस का एक ही कर्मी जिला अस्पताल के मुख्य द्वार पर खड़ा रहता है जो मुख्य द्वार पर नो पार्किंग में खड़े वाहनों को हटता है जबकि रॉन्ग साइड से जाने वाले वाहनों को कोई नहीं रोकता। स्थानीय लोगों में रोहित शर्मा, प्रवीण कुमार, राकेश कुमार, राजेश शर्मा नामक वाहन चालकों ने बताया कि उनका रोजाना इसी रास्ते से आना होता है लेकिन ठीक विपरीत दिशा से कई दो एवं चार पहिया वाहन निकलते है और उन्हें रास्ता देने के लिए अपने वाहन को राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ बढ़ाना पड़ता हैं और जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले से ही तेज गति से वाहन दौड़ रहे होते हैं, जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस को चाहिए कि इस मोड़ पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी को तैनात किया जाए और रॉन्ग साइड से एंट्री करने वालों के चालान किया जाए ताकि आम जनमानस सुरक्षित रहे।