राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने सीआरपीएफ के शहीद इंस्पेक्टर पिंटू सिंह के गांव ध्यानचक्की बगरस में सांसद निधि से बने पुस्तकालय का गुरुवार को उद्घाटन किया।
मौके पर स्व. पिंटू सिंह की पत्नी अंजू सिंह, उनकी पुत्री सहित अन्य उपस्थित थे। दिल्ली में बनने वाले अमृत वन के लिए शहीद पिंटू के घर की मिट्टी भी लिया गया। इस दौरान संबोधित करते हुए राकेश सिन्हा ने कहा कि मां भारती की रक्षा करते हुए पिंटू सिंह के रूप में सिर्फ एक व्यक्ति शहीद नहीं हुआ बल्कि किसी ने पिता तो किसी ने पुत्र और किसी ने पति को खोया। इस परिवार को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। परिवार का हर तरीके से सहायता करूंगा। आज गांव में पुस्तकालय खुला है, यह अच्छा पुस्तकालय बने, इसके लिए सभी लोगों को प्रयास करना होगा।
उन्होंने कहा कि समाज के साथ बैठकर सभी लोग हमेशा आगे बढ़ाने के लिए संवाद करें। आज 11 लोगों की कमेटी बनी है, लेकिन यह पुस्तकालय पूरे गांव का है। इसे सुंदर पुस्तकालय बनाना है। कमेटी के सदस्य संविधान बनाएं, प्रत्येक तीन महीने पर बैठक हो, कमेटी में और लोगों को रखें। पुस्तकालय में कंप्यूटर लगेगा, बैठने की व्यवस्था होगी, एसी लगाया जाएगा। अलमारी और किताब सहित सभी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सीसीटीवी लगवाने के साथ-साथ रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था पर ध्यान रखें। महिलाओं और बच्चियों के लिए पत्रिका और सभी अखबार आए। सुरक्षा का भी ख्याल रखना है। बखरी बेगूसराय का सबसे विकसित और अपेक्षित जगह है लेकिन यहां की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समस्याएं गिनती नहीं करनी है, बल्कि उसका समाधान करना है।
राकेश सिन्हा ने कहा यह प्रयास करना है कि समुदाय, सरकार और स्वयं से क्या हो सकता है, वह हर हाल में होनी चाहिए। पुस्तकालय ऐसा हो कि यहां के बच्चे बाहर जाएं तो उनसे लोगों को संकेत मिले कि उनके गांव में बेहतर पुस्तकालय है। गांव के समग्र विकास का हर संभव प्रयास करना है। अधिकारी से बात हुई है जल्द ही गांव की सड़क भी बन जाएगी। प्रधानमंत्री चाहते हैं की हाशिए के लोगों के पास जाकर उनके समग्र विकास की पहल करना चाहिए।