ऋषिकेश, 17 जून (हि.स.)। ऋषिकेश में आगामी 28 जून को जी-20 बैठक के दौरान होने वाली गंगा आरती में भाग लेने वाले विदेशी मेहमानों के स्वागत में त्रिवेणी घाट पर जहां करोड़ों रुपये के सौंदर्यीकरण के विकास कार्य किए जा रहे हैं वहीं त्रिवेणी घाट पर मौजूद गंगा संग्रहालय के पीछे भारी भरकम किए गए अवैध कब्जों पर अधिकारियों की नजर नहीं पड़ने पर जिलाधिकारी ने स्वयं इसका संज्ञान लेते हुए इन्हें हटाए जाने की कही है। इसे लेकर नगर वासी नगर निगम के अधिकारियों पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।
जी-20 बैठक को लेकर ऋषिकेश के मुख्य बाजारों से लेकर त्रिवेणी घाट तक के जा रहे सौंदर्यीकरण में बाधक बन रहे अनेक देवी-देवताओं के मंदिरों को जहां ध्वस्त कर दिया गया है वहीं गंगा संग्रहालय के ठीक पीछे लोगों के द्वारा किया भारी भरकम अतिक्रमण अधिकारियों को नजर नहीं आया है। जब कुछ लोगों ने जिलाधिकारी और नगर निगम के मुख्य आयुक्त राहुल गोयल का ध्यान इस ओर आकर्षित किया तो उन्होंने कहा कि वास्तव में यह अतिक्रमण है, जिसे जल्द हटाया जाएगा।
नगर के लोग इस तरह के अतिक्रमणों को लेकर अधिकारियों पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं। इसे लेकर जिलाधिकारी सोनिका ने कहा कि इस अतिक्रमण को भी जल्द हटाए जाने की कार्रवाई की जाएगी। पहले खुर्जा वाली धर्मशाला के कर्ता-धर्ता इस जमीन को अपना बताया जा रहा था, जिसकी जांच की जा रही है। इसे हटाए जाने के बाद इस स्थान पर सरकारी संस्थान के कार्य किए जाने के लिए कार्रवाई की जाएगी।