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महानगर की 35 हजार स्ट्रीट लाइटों के व्यापक नेटवर्क हुए स्वचालित

झांसी, 04 अक्टूबर (हि.स.)। नगर निगम में 35000 स्ट्रीट लाइटों के व्यापक नेटवर्क को स्वचालित और केन्द्रीय रूप में नियंत्रित करना, एकीकृतकमान एवं नियंत्रण केन्द्र (आईसीसीसी), सेन्ट्रल कण्ट्रोल एण्ड माॅनिटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस) परियोजना के माध्यम से संचालन के लिए यह परियोजना झांसी स्मार्ट सिटी लि. द्वारा 15 करोड़ रुपये की लागत से प्रारम्भ की गयी है। पूर्व में स्ट्रीट लाइटें जिसे नागरिकों को स्वयं असुरक्षित तंत्र के माध्यम से या मैन्यूअल रूप से चालू व बन्द करना पड़ता था। लेकिन वर्तमान में इस परियोजना को आईसीसीसी से स्मार्ट शिड्यूलिंग के माध्यम से नियन्त्रित किया जा रहा है। जिससे नागरिकों की सुरक्षा और समस्या के निराकरण के सन्दर्भ में लाभ हो रहे है। यह स्मार्ट सीसीएमएस पैनल जीपीआरएस/जीपीएस प्रौद्योगिकी के माध्यम से आईसीसीसी से समायोजित है। स्मार्ट शेड्यूलिंग एवं वैकल्पिक स्ट्रीट लाइट चालू रखने के विकल्प के कारण इससे बड़े पैमाने पर ऊर्जा की बचत भी होती है (1534 किलोवाट/दिन) एवं जिससे प्रतिदिन 1.3 टन कार्बन उत्सर्जन को भी रोका जाता है। शिकायत निवारण भी अधिक प्रभावी हो गया, क्योंकि किसी भी खराब स्ट्रीट लाइट का तुरन्त पता लगाया जा सकता है। आईसीसीसी लाइटों को चालू/बन्द करने में शामिल जनशक्ति की बचत के साथ, शिकायत के लिए औसत समय की बचत होती है एवं समस्या निवारण की समयावधि 3 दिन से घटकर 1 दिन रह गया है। बिजली चोरी को पूर्णतया समाप्त किया जा सकता है। इससे नगर की स्ट्रीट लाइटों के बिजली बिल में भी बचत होगी तथा निगम को प्रति माह लगभग 10 लाख रूपये की बचत होगी। क्योंकि अब की तुलना में वास्तविक उपयोग के आधार पर मीटरिंग की जा सकेगी जो कि वर्तमान में स्थापित क्षमता के आधार पर बिलिंग की जा रही है।मण्डलायुक्त द्वारा परियोजना की समीक्षा की गयी और प्रत्यक्ष इसका संचालन होते हुए देखा। जिसके उपरान्त उन्होनें परियोजना के कार्यों को मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार के समक्ष वीडियो क्रान्फेंसिंग के माध्यम से प्रदर्शित किया। मुख्य सचिव सरकार द्वारा परियोजना की सराहना की और अन्य स्मार्ट सिटी को भी झांसी से प्रेरणा लेते हुए इस प्रकार की परियोजना को अमल में लाने के अनुशंसा की।
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