रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नीतिगत दर रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो रेट को 5.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर अनुमान को 6.5 फीसदी पर यथावत रखा है। वहीं, खुदरा महंगाई दर का अनुमान घटाकर 3.1 फीसदी कर दिया है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को यहां मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 4 से 6 अगस्त तक चली तीन दिवसीय समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए इसकी घोषणा की। संजय मल्होत्रा ने कहा, ‘‘एमपीसी ने नीतिगत दर रेपो रेट को 5.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया है।’’ इसका मतलब है आरबीआई आर्थिक स्थिति के हिसाब से नीतिगत दर में समायोजन को लेकर लचीला बना रहेगा।
संजय मल्होत्रा ने बताया कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। वहीं, चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा महंगााई दर के अनुमान को घटाकर 3.1 फीसदी कर दिया गया है, जबकि पहले रिजर्व बैंक ने इसके 3.7 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले केंद्रीय बैंक इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में एक फीसदी तक की कटौती कर चुका है। इस साल जून की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में 0.50 फीसदी की कटौती की गई थी। वहीं, फरवरी और अप्रैल की मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक में रेपो रेट में 0.25-0.25 फीसदी की कटौती की थी। आज के फैसले के बाद रेपो रेट 5.50 फीसदी पर बरकरार है।