हरियाणा मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर कर्मियों की हड़ताल सोमवार को 34वें दिन भी जारी रही। नागरिक अस्पताल में चल रहे धरने को हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन के राज्य उपप्रधान प्रदीप शर्मा ने लिपिकों का समर्थन किया।
उन्होनें सरकार से मांग की कि हड़ताली लिपिकों से तुरंत बातचीत करके भाजपा सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र व पूर्ववर्ती सरकार के 25 अगस्त 2014 के कैबिनेट निर्णयानुसार लिपिक व स्टैनो वर्ग का वेतन मान 35400 करने सहित सभी जायज मांगो समाधान करे। उन्होंने बताया कि सरकार हड़ताली कर्मचारियों से बातचीत का ढोंग रचती और बातचीत के बाद अगली मीटिंग की तिथि निर्धारित कर देती है, इससे जनता व कर्मियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि हड़ताली लिपिकों के कारण आमजन मानस को रोजमर्रा के कार्यों के लिए हो रही परेशानी के मध्यनजर हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी एक दिन के लिए राज्य के सभी डिपुओ पर रोष प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने बताया कि यदि अन्य कर्मचारी जिनको जुलाई माह का वेतन अभी तक नही मिला भी हडताल पर आ गए तो और भी गंभीर स्थिति उत्पन हो जाएगी। सर्व कर्मचारी संघ के ब्लाक प्रधान ईश्वर सिंह सच्चाखेड़ा ने हड़ताली लिपिको का समर्थन करते हुए सरकार को चेतावनी दी यदि लिपिकों द्वारा लोकतंात्रिक व संवैधानिक रूप से की जा रही हड़ताल को लंबा खींच कर कुचलने का प्रयास किया गया तो प्रदेश के अन्य कर्मचारी संगठन भी उनके आंदोलन मे शामिल हो जाएंगे। इस अवसर पर दीनानाथ शर्मा, ईशवंती देवी, आजाद पांचाल, सतीश शर्मा, इंदूमती, सविता देवी, एकता रानी, दर्शना देवी, किरण कुमारए विजय मौजूद थे।