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विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहा सिद्धार्थनगर : योगी आदित्यनाथ

सिद्धार्थनगर, 01 फरवरी (हि.स)। सिद्धार्थनगर महोत्सव-2023 के समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनपद का गठन वर्ष 1988 में हुआ। पिछले 03 दशक तक लगातार उपेक्षा का दंश झेलता रहा। इस जनपद से विकास दूर था। यहां इंसेफेलाइटिस से मौतें होती थीं। नौजवान पलायन करते थे। वर्ष 2017 में देश के प्रधानमंत्री की प्रेरणा से जनपद में विकास के तमाम कार्य प्रारम्भ हुए। जिसके परिणाम आप सबके सामने हैं। करुणा और मैत्री के प्रतीक भगवान गौतम बुद्ध ने बचपन के 29 वर्ष यहीं व्यतीत किये। इसी के नाम पर जनपद का नामकरण सिद्धार्थनगर हुआ। आज वैश्विक मंच पर जनपद सिद्धार्थनगर अपना नाम कर रहा है। पलायन रोकने के लिए इवेंस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। जनपद सिद्धार्थनगर में बहुत बड़ा निवेश होगा तो यह विकसित जनपद होगा। सीएम योगी ने कहा कि 05 वर्ष पूर्व इंसेफ्लाटिस से पूर्वांचल में बहुत सी मौतें होती थीं। डबल इंजन की सरकार आने के बाद से इंसेफेलाइटिस से मौतें नहीं हो रही हैं। कोविड के दौरान जनपद सिद्धार्थनगर ने अच्छा कार्य किया। एक जनपद एक मेडिकल कालेज की तर्ज पर जनपद में पं. माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम से मेडिकल कालेज तैयार है। यह मेडिकल कालेज स्वास्थ्य सेवाओं का केन्द्र बनेगा। सिद्धार्थनगर वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहा है। सिद्धार्थनगर महोत्सव अब आगे बढ़ चुका है। एक जनपद एक उत्पाद के अन्तर्गत चयनित काला नमक चावल को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया था। जिस पर बहुत काम किया गया है। आकांक्षा जनपद होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा अच्छा कार्य किया गया है। नीति आयोग द्वारा निर्धारित पैरामीटर्स में सिद्धार्थनगर आगे बढ़ा है। उन्होंने सिद्धार्थनगर महोत्सव के भव्य आयोजन हेतु जिला प्रशासन एवं आयोजन समिति को हृदय से बधाई दी। सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल ने सिद्धार्थनगर महोत्सव के समापन कार्यक्रम में जनपदवासियों की ओर से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान कालानमक चावल के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मान पत्र दिया गया। कार्यक्रम में विधायक श्यामधनी राही, विनय वर्मा, अंकुर राज तिवारी, एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी एवं आयुक्त तथा पुलिस महानिरीक्षक सहित तमाम अधिकारी एवं जनपद के लोग उपस्थित रहे।
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