श्रावण के छठे सोमवार को शिवभक्तों ने 5 लाख, 91 हजार पार्थिव शिवलिंग बनाकर अभिषेक-पूजन कर विश्व शांति की कामना की। प्रियाकान्तजु मंदिर पर देवकीनंदन महाराज ने महाशिवपुराण कथा श्रवण करायी। 29 दिनों में भक्त 1 करोड़ सात लाख 29 हजार पार्थिव शिवलिंग बना चुके हैं। 31 दिवसीय आयोजन का सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण के साथ समापन होगा। वृंदावन छटीकरा मार्ग स्थित ठा. श्रीप्रियाकान्तजु मंदिर पर शिव महापुराण कथा के षष्ठम दिवस की शुरुआत विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई। कथा श्रवण कराते हुये देवकीनंदन महाराज ने कहा कि जो शिव है वही सुन्दर है, जो सुन्दर है वही सत्य है। सत्यं शिवम् सुन्दरम तीनों का अर्थ एक ही है।
उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य चाहता है कि उसे यहां सुख मिले और मृत्यु के बाद उसकी मुक्ति हो जाये तो मनुष्य को संचित धन का सदुपयोग करना चाहिए। मनुष्य जो धन कमाता है उसके उसे तीन भाग करने चाहिए। अगर आप बिजनेस करते हो तो पहला भाग उसी बिजनेस को बढ़ाने के लिए रखो, दूसरा भाग धर्म के लिए और तीसरा भाग अपने जीवन यापन में लगाना चाहिये। इससे पूर्व भगवान भोलेनाथ के विवाह प्रसंग में भूतों की सेना ने नृत्य करके श्रद्धालुओं को खूब आनंदित किया। इस मौके पर श्यामसुन्दर शर्मा, इन्द्रेश मिश्रा, चन्द्रप्रकाश शर्मा, रवि रावत, विष्णु शर्मा, सुनील सिंघल, सुधीर वर्मा, कामिनी मिश्रा, शेराराम भादू, श्रीपाल जिंदल आदि उपस्थित रहे।