नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्मृति दिवस के अवसर पर तिलरथ-जमालपुर मेमू ट्रेन का राष्ट्रकवि दिनकर सिमरिया स्टेशन तक परिचालन विस्तार करने के लिए शुक्रवार को स्टेशन परिसर में भूख हड़ताल किया गया। जिसमें विभिन्न संघ-संगठन के प्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
समाज सेवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद वर्मा ने कहा कि तिलरथ-जमालपुर मेमू का विस्तारीकरण दिनकर ग्राम सिमरिया से हो। साहित्य और धर्म की इस पवित्र नगरी तक मेमू ट्रेन के विस्तारीकरण तथा अन्य महत्वपूर्ण मांग वाले ट्रेनों के ठहराव से लोगों को काफी सुविधाएं होगी। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष हम सब की मांग पर गंभीरतापूर्वक विचार करेंगे।
बीहट नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर की जन्मस्थली सिमरिया साहित्य की धर्म स्थली है। सिमरिया धाम सत्य सनातन धर्म का एक महत्त्वपूर्ण स्थल है। कटिहार, सहरसा पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी से लाखों लोगों का आगमन होते रहता है। तिलरथ-जमालपुर ट्रेन का यहां तक विस्तारीकरण करने से लोगों को काफी सुविधा होगी।
सिमरिया, बीहट, कसहा, बरियाही, मल्हीपुर, चकिया सहित 50 से अधिक गांव के लोग दिनकर ग्राम सिमरिया से विस्तारीकरण और ठहराव का लाभ ले सकेंगे। दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विशंभर प्रसाद सिंह, ललन कुमार सिंह, विजय कुमार चौधरी एवं राजीव कुमार आदि ने कहा कि दिनकर ग्राम सिमरिया राष्ट्रीय महत्व की स्थली राष्ट्रकवि की जन्मस्थली है, उत्तर बिहार का प्रवेश द्वार भी है।
आसपास के गांवों की लाखों आबादी जिला बेगूसराय, प्रमंडल मुंगेर, राज्य पटना विभिन्न समस्याओं का निराकरण करने के लिए आते-जाते रहते हैं। वर्तमान में एक भी गाड़ी जनसामान्य के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा सका। जनसामान्य नागरिक टैक्सी, टेम्पो का मनमाना भाड़ा चुकाकर अपना आर्थिक शोषण करवाकर बेगूसराय, मुंगेर एवं पटना की यात्रा करने को मजबूर हैं। रेल मार्ग के रहने के बाद भी रेल गाड़ी के अभाव में कष्टमय एवं आर्थिक दोहन का सामना करना पड़ता है।
इसलिए तिलरथ-जमालपुर मेमू का विस्तार कर दिनकर ग्राम सिमरिया स्टेशन से परिचालन किया जाए। इसके साथ ही 13227 एवं 13228 सहरसा-राजेन्द्रनगर इंटरसिटी एक्सप्रेस, 15713 एवं 15714 कटिहार-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस, 18625 एवं 18626 कोसी एक्सप्रेस, 12567 एवं 12568 राज्यरानी एक्सप्रेस तथा 13105 एवं 13106 बलिया-सियालदह एक्सप्रेस का ठहराव दिया जाए। गढ़हारा से कसहा केबिन तक लाईट की व्यवस्था की जाए।