देर रात्रि को कस्बा शेरकोट के रिहायशी इलाके में गुलदार के घुस जाने पर मोहल्ले में हड़कंप मच गया | बताया गया है कि पीछे के रास्ते से छत पर चढ़कर गुलदार घर में घुस गया था| परिजनों द्वारा शोर मचाने पर वह कमरे में छुप कर बैठ गया। दो रास्ते वाले कमरे में एक में गेट नहीं था फिर भी आसपास के लोगों ने हिम्मत दिखाकर चारपाई से कमरे को बंद कर पुलिस तथा वन विभाग को सूचना दी |
जानकारी मिलने पर पहुंचे पुलिस वृत्ताधिकारी अफजलगढ़ भारत सिंह, थाना प्रभारी किरण पाल सिंह, शहर इंचार्ज बबलू सिंह तथा वन विभाग की टीम ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद देर रात्रि गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया तथा साथ लेकर चले गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात लगभग 11:00 बजे मोहल्ला हकीम मान निवासी नफीस उर्फ छोनू के मकान में अचानक छत से उतर कर एक गुलदार घर में घुस गया। घर में जाग रहे परिजनों की गुलदार पर नजर पड़ गई । शोर मचाने पर गुलदार एक कमरे में जाकर छुप गया। कमरे का एक दरवाजा बंद था तथा एक पर गेट ही नहीं था। शोर सुनकर आसपास के पहुंचे लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए गेट को चारपाई से बंद कर दिया, जिसके बाद सूचना पुलिस विभाग को तथा विभाग को दी गई। वन विभाग के डीएफओ अरुण कुमार एसडीओ अंशुमन मित्तल, रेंजर गोविंद गंगवार ट्रेंकुलाइजर टीम के डॉ रवि कुमार , डॉक्टर आरके सिंह, ने शाट मारकर दिलदार को बेहोश किया।
जनपद बिजनौर में पिछले 7 महीने में गुलदार द्वारा 13 लोगों को अपना शिकार बनाया जा चुका है, जिसके चलते जनपद में किसानों तथा ग्रामीणों में दहशत का इस कदर माहौल बना हुआ है कि खेतों में चारा लेने तक के लिए किसान अकेले नहीं जा रहे हैं बल्कि समूह बनाकर जाना पड़ रहा है। इसके अलावा गुलदार तीन दर्जन से अधिक लोगों को हमला कर घायल कर चुके हैं। किसान यूनियन 8 दिन से कलेक्ट्रेट में गुलदार से मुक्ति दिलाने के आंदोलन के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर थी जो शुक्रवार को समझौते के बाद हटी है ।
जनपद में गुलदारों की संख्या सैकड़ों में आंकी जा रही है। संख्या का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन 3 से 4 अलग अलग स्थानों पर गुलदार से लोगों का आमना-सामना हो रहा है। वन विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि जनपद में गुलदार की संख्या काफी अधिक है। शेरकोट कस्बे में भी आए दिन गुलदार देखे जाने की घटनाएं प्रकाश में आ रही थीं। कभी गुलदार मोहल्ला तराई तो कभी मोहल्ला नोधना में नजर आता था |
शुक्रवार की रात जिस जगह गुलदार आया, वह मोहल्ला भी तराई के नजदीक ही गिना जाता है। यही कारण है कि गुलदार के बस्ती में आने की सूचना पर नगर वासियों की भारी भीड़ मोहल्ला हकीमान में जमा हो गई। पकड़े गए गुलदार की उम्र 1 वर्ष से अधिक बताई जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गुलदार को चिड़ियाघर भेजा जाएगा। इससे 4 दिन पूर्व भी पकड़े गए गुलदार को कानपुर चिड़ियाघर भेजा गया था।