पंजाब के जल आपूर्ति मंत्री ने की अधिकारियों के साथ बैठक
पंजाब के जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग के मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने विभाग के उच्च अधिकारियों और फील्ड स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की कोई किल्लत न आने दें। आज यहां महकमे के आला अफसरों के साथ एक बैठक में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों को पीने वाले साफ़ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये और जिन इलाकों में पाइपों द्वारा पानी नहीं पहुंच सकता, वहां पर्याप्त संख्यां में पानी के टैंकर भेजे जाएं।
जल आपूर्ति भवन, मोहाली में एक समीक्षा मीटिंग के दौरान जिम्पा ने कहा कि जिन इलाकों में बाढ़ से नुकसान हुआ है, वहां के निवासियों की हर प्रकार की ज़रूरतों के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सभी की तरफ से बहुत बढ़िया काम किया जा रहा है। कजौली वाटर वर्कस को बाढ़ के कारण पहुंचे नुकसान की पूर्ति समय पर करने के लिए उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना भी की।
जिम्पा ने कहा कि पंजाब में पानी आपूर्ति की जितनी भी स्कीमें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं, जब तक वह पूरी तरह कार्यशील नहीं होतीं, तब तक उनके लाभार्थियों को वैकल्पिक तरीकों से पानी की आपूर्ति की जाये। इस मौके पर उन्होंने ख़ास तौर पर चंडीगढ़, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर और लुधियाना सर्किलों के अधीक्षण अभियंताओं से उनके क्षेत्रों के बारे संपूर्ण जानकारी के लिए और ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी किये।
उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में बाढ़ का ख़तरा बरकरार है, वहां पहले से ही जल आपूर्ति स्कीमों की मोटरों/ट्यूबवेलों को बाढ़ के पानी से बचाने के लिए पुख़्ता कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि लोगों को क्लोरीन वाला पानी मुहैया करवाया जाये, जिससे यह पीने योग्य बने। बैठक में जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग की प्रमुख सचिव जसप्रीत तलवार और विभाग प्रमुख मोहम्मद इशफाक तथा विभाग के अन्य उच्च अधिकारी और फील्ड अधिकारी उपस्थित थे।