Logo
Header
img

पंजाब: मोहाली में फर्जी कॉल सेंटरों का पर्दाफाश, 155 गिरफ्तार

चंडीगढ़, 17 मई (हि.स.)। पंजाब पुलिस ने मोहाली में चल रहे दो फर्जी कॉल सेंटरों का पर्दाफाश करते हुए इन केन्द्रों के 155 कर्मचारियों को अमेरिका में रहने वाले लोगों को फर्जी कॉल करने और धोखा देने के आरोप में गिरफ़्तार किया है। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोनों फर्जी कॉल सेंटर मोहाली के सेक्टर-74 में थे। दोनों कॉल सेंटर कथित तौर पर गुजरात आधारित सरगनाओं द्वारा चलाए जा रहे थे।

डीजीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि फर्जी कॉल सेंटर रात के समय में काम करते थे और कॉल करके तीन अलग-अलग ढंग से विदेशी नागरिकों को टारगेट करते थे। ये एैपल, ऐमाज़ॉन आदि से गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए मजबूर करके ठगते थे। उन्होंने बताया कि यह गिफ्ट कार्ड एक टीम मैनेजर द्वारा साझे किये जाते थे, और सरगना/मालिक को साझे कर दिए जाते थे, जो इसको रीडीम करवा लेता था।

एडीजीपी साइबर क्राइम वी. नीरजा ने बताया कि मोहाली में चल रहे यह फर्जी कॉल सेंटर विदेशी नागरिकों को निशाना बनाते थे। पुलिस टीमों ने मंगलवार और बुधवार के बीच की रात को दोनों फर्जी कॉल सेंटरों पर छापेमारी की और डायलर, क्लोजऱ, बैंकर और फ्लोर मैनेजर के तौर पर काम करने वाले सभी 155 कर्मचारियों को गिरफ़्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि अभी दोनों सरगना फऱार हैं और पुलिस टीमें उन्हें पकड़ने के लिए प्रयास कर रही हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने ग्राहकों के साथ बात करने वाली प्रशिक्षण स्क्रिप्टों के अलावा 79 डेस्कटॉप कंप्यूटर यूनिट, 204 लैपटॉप, मोबाइल फ़ोन और अन्य समान भी बरामद किया है। एडीजीपी वी नीरजा ने बताया कि गिरफ़्तार किये गए कुल 155 व्यक्तियों में से 18 मुलजिमों का पुलिस रिमांड लिया गया है जबकि बाकी सभी गिरफ़्तार व्यक्तियों को जुडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस सारी धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ़्तारियां होने की आशा है।

फर्जी कॉल सेंटर से कॉल करने वाला यूएसए में कम क्रेडिट स्कोर होने के बावजूद लोगों को कम ब्याज पर लोन प्रदान करने की पेशकश करता था। इसके बदले फीस के तौर पर ग्राहक को गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए कहता था। वह गिफ्ट कार्ड सरगना को भेज दिया जाता था जो उसको रीडीम करवा लेता था। इसके अलावा अरोपित फर्जी कॉल सेंटर से कॉल करने वाला, ऐमाज़ॉन के प्रतिनिधि होने का दावा करते हुए, ग्राहक (अमरीका के नागरिकों) को धमकी देता था कि उनके द्वारा ऑर्डर किये गए पार्सल में ग़ैर-कानूनी चीजें हैं और फेडरल पुलिस को सूचित किया जायेगा। रकम की पुष्टि किसी अन्य कॉलर द्वारा की जाती है, जो बैंकर होने का दावा करता था। ऑर्डर को रद्द करने के लिए एक निश्चित समय के अंदर रकम कैश ऐप द्वारा या ऐमाज़ॉन गिफ्ट कार्ड लेने के लिए कहा जाता था। बात न मानने की सूरत में फेडरल पुलिस को सूचित करने की धमकी दी जाती थी।

निशाना बनाए गए लोगों को कंप्यूटर पर एक पॉप-अप मिलता है, जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट के कस्टमर केयर द्वारा एक चेतावनी रूपी संदेश भेजा जाता है और तुरंत कॉल करने के लिए एक संपर्क नंबर दिया जाता है। इसके बाद व्यक्ति को डाउनलोड करने के लिए एक लिंक मिलता है। लिंक एक ऐप को स्थापित करता है, जो स्क्रीन देखने की आज्ञा देता है। इसके बाद बैंक खातों में से पैसे धोखे से अमरीका के मियूल खातों में भेजे जाते हैं और हवाला के जरिये भारत में प्राप्त किये जाते हैं।

Top