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अजमेर-अमृतसर ट्रेन से रवाना होगा पाकिस्तान जायरीन का जत्था

अजमेर, 1 फ़रवरी (हि.स.)। ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स में शामिल होने आए 240 पाकिस्तान जायरीनों का जत्था बुधवार शाम 6 बजे अजमेर रेलवे स्टेशन से गाड़ी संख्या 19613 अजमेर-अमृतसर से रवाना होगा। स्टेशन पर इसके लिए विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। अजमेर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम विवेक रावत ने बताया कि पाक से आए जायरीन के लिए अलग से चार कोच ट्रेन में लगेंगे। इससे पहले जीआरपी और स्थानीय पुलिस सभी की जांच करेगी। पाक जायरीन जत्थे के संपर्क अधिकारी एनएल राठी ने बताया कि पुरानी मंडी स्थित केंद्रीय बालिका विद्यालय से रेलवे स्टेशन तक पाक जायरीन के जाने के लिए बसों की व्यवस्था रहेगी। दोपहर से ही इनके प्रस्थान की तैयारियां प्रारंभ कर दी जाएंगी। पाक जायरीन ने अजमेर में खरीदारी भी की है। इनके साथ इनका लगेज भी सुरक्षित एवं व्यवस्थित तरीके से ट्रेन तक पहुंचे, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए है। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 811वें उर्स में आए पाक जायरीन काे कहना हैं कि हिंदी गानों और बॉलीवुड के प्रति पाकिस्तान में गजब की दीवानगी है। लता मंगेशकर, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार के गाने गुनगुनाने के अलावा महानायक अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना ,वहीदा रहमान, शर्मिला टैगोर, शाहरुख खान, आमिर खान की फिल्में बड़े चाव से देखी जाती हैं। यह जायरीन सेंट्रल गर्ल्स स्कूल, पुरानी मंडी में ठहरे हैं। सिंध प्रांत के नवाबशाह जिला के खडेडो गांव के जायरीन ने पाकिस्तान में सिंधी संस्कृति, तीज- त्योहारों से लेकर खेती-पशुपालन के बारे में बताया। बरसों पुराने सिंध प्रांत में छोड़ी जमीन-जायदाद के हालचाल जानकर सुरेश सिंधी भी काफी प्रभावित हुए। प्रशासन ने पूर्व अधिकारी सिंधी की खासतौर पर सेवाएं ली हैं। जायरीन ने बताया कि ज्यादातर पाकिस्तानी हिंदी गीतों के दीवाने हैं। लता मंगेश्कर, आशा भौंसले, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार, तलत महमूद के गीत रोजाना रेडियो-टीवी, यू-ट्यूब पर सुनते-देखते हैं। जगजीत सिंह, पंकज उधास की गजलें भी काफी पसंद हैं। कई टीवी और ओपन एयर शो में भी भारतीय गीतों की पेशकश होती है। पाकिस्तान में भारतीय फैशन स्टाइल भी काफी लोकप्रिय हैं। ज्यादातर पाकिस्तानी जायरीन को भारतीय खान-पान, संस्कृति और भाषाएं खासी पसंद हैं।
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