धमतरी, 22 मार्च (हि.स.)। वित्तीय वर्ष खत्म होने में अब सिर्फ 9 दिन शेष है। ऐसे में जमीन की खरीदी-बिक्री उछाल पर है। धमतरी, कुरूद और नगरी में जमीन की रजिस्ट्री तेजी से हो रहा है। वित्तीय वर्ष के अंतिम समय को देखते हुए शासन भी शनिवार व रविवार को रजिस्ट्री कार्यालय से अवकाश खत्म कर दिया है। प्रति दिन रजिस्ट्री कार्यालय में 40 से 50 रजिस्ट्री हो रहा है। जिला पंजीयक एवं न्यायालय कलेक्टर आफ स्टाम्पस कार्यालय को 41 करोड़ का लक्ष्य मिला था। तेजी से रजिस्ट्री होने के साथ फरवरी माह में ही इस साल 10693 रजिस्ट्री हो गई है, इससे विभाग को 40 करोड़ से अधिक का राजस्व मिलने के साथ लक्ष्य के 98 प्रतिशत पूरा हो चुका है। मार्च माह तक लक्ष्य से अधिक का राजस्व हो जाएगा। क्योंकि लक्ष्य पूरा होने में सिर्फ 80 लाख रुपये शेष है। जबकि मार्च माह में करोड़ों रुपये के राजस्व आने की संभावना है।
मार्च माह के अंतिम समय व वित्तीय वर्ष खत्म होने के दौरान उप पंजीयक कार्यालय धमतरी, कुरूद और नगरी में सबसे अधिक जमीन की रजिस्ट्री होती है। 21 मार्च को जमीन रजिस्ट्री कराने मुख्यालय उप पंजीयक में लोगों की भीड़ शाम तक लगी रही। पिछले कुछ दिनों से इस कार्यालय में तेजी से रजिस्ट्री होने लगा है। विभाग की मानें तो हर रोज औसत 40 से 50 रजिस्ट्री इन दिनों हो रही है। वित्तीय वर्ष के अंतिम समय को देखते हुए शासन ने इस कार्यालय में शनिवार व रविवार समेत अवकाश के दिनों को खत्म कर दिया है, ताकि अधिक रजिस्ट्री कर राजस्व की प्राप्ति कर सके। जिला पंजीयक कार्यालय धमतरी से मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक जिलेभर में कुल 10693 रजिस्ट्री हो चुका है। इससे विभाग को कुल 40 करोड़ 20 लाख 73250 रुपये का राजस्व मिल चुका है। यह राशि लक्ष्य के 98 प्रतिशत है। इस साल विभाग को शासन से 41 करोड़ राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य मिला था। मार्च माह में सबसे अधिक रजिस्ट्री होती है, ऐसे में इस साल शासन से मिले लक्ष्य से अधिक की राजस्व प्राप्ति की संभावना है। उप पंजीयक सुशील कुमार देहारी ने बताया कि मार्च माह में तेजी से रजिस्ट्री जारी है, लक्ष्य से अधिक राजस्व मिलने की संभावना है।
धमतरी में सबसे अधिक 5507 रजिस्ट्री
जिला पंजीयक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के धमतरी मुख्यालय उप पंजीयक कार्यालय में सबसे अधिक 5507 रजिस्ट्री हुई है। यहां सबसे अधिक जमीन की बिक्री हुई है। इसी तरह कुरूद में 4440 रजिस्ट्री और नगरी में सबसे कम 746 रजिस्ट्री दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल वर्ष 2022 में धमतरी में 4290 रजिस्ट्री, कुरूद में 4029 रजिस्ट्री और नगरी में 531 रजिस्ट्री हुई थी। इस तरह कुल 8850 रजिस्ट्री हुई थी। इस रजिस्ट्री से विभाग को कुल 32 करोड़ 36 लाख 73642 रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई थी, लेकिन इस साल फरवरी माह में ही पिछले साल से अधिक रजिस्ट्री व राजस्व मिल चुका है।