मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का पूरा जीवन राष्ट्र की एकता और अखंडता को समर्पित रहा। वे अपने सिद्धांतों से कभी पीछे नहीं हटे।
कैंप कार्यालय हाथीबड़कला में मंत्री जोशी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक एवं राजनीतिक चिंतक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर आयोजित पुष्पांजलि एवं गोष्ठी कार्यक्रम में प्रतिभाग कर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित की।
उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद अखंड और एक भारत के लिए कश्मीर को देश की मुख्यधारा में लाना चाहते थे। उन्होंने एक निशान, एक विधान और एक प्रधान का मत रखा था।
उन्होंने कहा वो महान विचारक दार्शनिक के साथ ही एक महान शिक्षक और राष्ट्रभक्त थे। उन्हीं के पद चिन्हों पर चलते हुए केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर एक देश एक निशान एक विधान के सिद्धांत को साकार किया।
मंत्री ने सभी को संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पीओके भी हमारा होगा। भारत माता के लिए उनका संकल्प और विचार हम सभी के लिए अनुकरणीय है। राष्ट्रहित के प्रति उनका समर्पण सदैव हमें देश सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
इस मौके पर रेशम फेडरेशन अध्यक्ष अजीत चौधरी, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, पूनम नौटियाल, निरंजन डोभाल, मंडल अध्यक्ष ज्योति कोटिया, संध्या थापा सहित भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।