कर्रा में विश्व हिंदू सरना सदान एकता मंच की बैठक
जब तक हिंदू समाज संगठित नहीं होगा, हमारे मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर हमले होते रहेंगे और भीड़ के बल पर मूलवासियों की जमीन पर कब्जा होता रहेगा। ये विचार विश्व हिंदू सरना सदान एकता मंच की शनिवार को कर्रा प्रखंड के पोढ़ा बगीचे में हुई बैठक में उभर कर आये।
वक्ताओं ने हिंदुओं और सरना सनातन की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि हिंदुओं में एकता की कमी का ही फायदा उठाकर ईसाई मिशनरियां चांपी के दिवरी पतरा स्थित प्राचीन शिवलिंग में जलाभिषेक करने से रोक दिया। कर्रा के ही पड़गांव में मठ में साधुओं पर जानलेवा हमला किया गया। इसके बाद भी हिंदू समाज खामोश है और इसका लाभ चादर और फादर वाले उठा रहे हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए रांची से आये भैरव सिंह ने कहा कि किसी गांव के मंदिर या धार्मिक स्थल पर दूसरे समुदाय के लोग हमला करते हैं, तो इसके विरोध में उस गांव के लोगों को उठकर खड़ा होना होगा, तभी दूसरे गांव के लोग साथ देंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे अधिक भूमिका महिलाओं की होनी चाहिए।
लाल विजय नाथ शाहदेव ने कहा कि हिंदू धर्म बहुत सहनशील है। हम किसी के धार्मिक स्थलों पर हमला नहीं करते और न ही किसी की जमीन पर कब्जा करते हैं। इसके बाद भी हमें छेड़ा जा रहा और हमें इसका जवाब कठोरता से देना होगा। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के संगठित नहीं होने के कारण ही भीड़ के बल पर हमारी जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है।
विहिप नेता वीरेंद्र सोनी ने कहा कि चर्च हो या मस्जिद, उस समाज के सभी लोग सप्ताह में एक दिन मिलते हैं और अपने समाज के हित की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी गांवों में सप्ताह में एक दिन हिंदू और सरना समाज की बैठक जरूर होनी चाहिए।
कार्यक्रम को पुष्पराज तिवारी, रामध्यान सिंह, शिव कुमार केशरी, रूपेश सोनी, रवि मिश्रा, किरण देवी, शिवकुमार केसरी, नीलांबर सिंह] पवन सिन्हा दिगंबर सिंह आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नागेन्द्र सिंह, संचालन रामप्रवेश सिंह, धन्यवाद ज्ञापन चिंतामणि सिंह ने किया।