बुरहानपुर (मप्र), 17 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलकर ही भारत विश्व गुरु बनेगा। यदि हम सब धर्म का पालन करते रहे तो बीस-तीस साल में भारत दुनिया को रास्ता दिखाने वाला विश्व गुरु बन जाएगा। धर्म का मतलब सृष्टि के कल्याण की भावना है। सत्य के मार्ग पर चलकर हमें अपना कर्तव्य निभाना होगा। भारत को महाशक्ति नहीं बनना है बल्कि दुनिया को धर्म सिखाना है। सरसंघचालक डॉ. भागवत कल (रविवार) यहां धर्म संस्कृति सभा को संबोधित कर रहे थे। धर्म संस्कृति सभा का आयोजन महाराष्ट्र के अमरावती में स्थित नाथ पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी जितेंद्र नाथ ने किया इस मौके पर शिवाजी महाराज के वंशज राजे मुधोजी भोंसले भी मौजूद रहे।