नई दिल्ली, 19 अगस्त (हि.स.)। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सामूहिक रूप से दोनों देशों के स्टार्टअप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) से आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये कार्यक्रम विशेष रूप से ऐसे समाधानों वाले स्टार्ट-अप और एमएसएमई से संबंधित हैं, जो किसानों की जरूरतों, प्राथमिकताओं और कृषि प्रणालियों को प्राथमिकता देते हैं।
नीति आयोग ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि अटल इनोवेशन मिशन-राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (सीएसआईआरओ) ने ऑस्ट्रेलिया के साथ साझेदारी में भारत ऑस्ट्रेलिया रैपिड इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप एक्सपेंशन (आरआईएसई) एक्सेलेरेटर के लिए क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीटेक समूह की खातिर भारत और ऑस्ट्रेलिया के स्टार्ट-अप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमियों (एमएसएमई) से आवेदन आमंत्रित कर रहा है।
आयोग ने कहा यह कार्यक्रम दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय विस्तार के उद्देश्य से व्यवसायों को समर्थन देने के लिए बनाया गया है। भारत-ऑस्ट्रेलिया में काम करने वाले स्टार्टअप एक्सेलेरेटर कार्यक्रम के तहत इसका लाभ प्राप्त करने के पात्र होंगे। यह समूह कृषि उत्पादता और लचीलापन बढ़ाने वाली तकनीकों और समाधानों के साथ काम करने वाले स्टार्टअप और एमएसएमई को सहायता प्रदान करेगा। आरआईएसई एक्सेलेरेटर के लिए आवेदन 15 सितंबर 2024 को बंद होंगे।
नीति अयोग के मुताबिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए स्टार्ट-अप/एसएमई के लिए कोई शुल्क नहीं है। इस कार्यक्रम के तहत ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच यात्रा करने के कई अवसर हैं। चयनित स्टार्ट-अप और एमएसएमई गैर-इक्विटी अनुदान में 45 लाख रुपये तक के भी पात्र हो सकते हैं। इससे संबंधित अधिक जानकारी और आवेदन करने के लिए https://riseaccelerator.org/ पर जाएं और 28 अगस्त, 2024 को प्रश्नोत्तर सत्र में आप शामिल हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि आरआईएसई एक्सेलेरेटर कार्यक्रम को वर्ष 2023 में लॉन्च किया गया था। यह नए बाजारों के लिए उनकी प्रौद्योगिकियों को मान्य करने, अपनाने और संचालित करने में स्टार्ट-अप और एमएसएमई का समर्थन करने में सहायक रहा है। इंडिया और ऑस्ट्रेलिया रैपिड इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप एक्सपेंशन (आरआईएसई) एक्सेलेरेटर, राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन और अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम), नीति आयोग द्वारा एक द्विपक्षीय कार्यक्रम है। आरआईएसई एक्सेलेरेटर नवीन कृषि तकनीक समाधानों के विस्तार का समर्थन करके पर्यावरण और जलवायु मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया की साझा चुनौतियों का समाधान करता है।