वैश्विक स्तर पर मांग में नरमी तथा पेट्रोलियम, रत्न एवं आभूषण तथा अन्य क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन से निर्यात में गिरावट आई है। देश का निर्यात जुलाई में 15.88 फीसदी घटकर 32.25 अरब डॉलर रहा। एक साल पहले इसी अवधि में निर्यात 38.34 अरब डॉलर रहा था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी बयान में बताया कि देश का निर्यात जुलाई में 15.88 फीसदी घटकर 32.25 अरब डॉलर रहा। इस दौरान आयात भी 17 फीसदी घटकर 52.92 अरब डॉलर रहा है, जो पिछले वर्ष के जुलाई महीने में 63.77 अरब डॉलर था। आयात में कमी आने से व्यापार घाटा कम होकर 20.67 अरब डॉलर रह गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 25.43 अरब डॉलर था।आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले चार महीनों अप्रैल-जुलाई के दौरान निर्यात 14.5 फीसदी घटकर 136.22 अरब डॉलर रहा है। इस दौरान आयात 13.79 फीसदी घटकर 213.2 अरब डॉलर रहा। सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में 2.7 फीसदी बढ़कर 13.2 अरब डॉलर रहा है, जो बीते वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जुलाई में 12.86 अरब डॉलर था। इस दौरान तेल आयात 23.4 फीसदी घटकर 55 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 71.74 अरब डॉलर था।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि वैश्विक चुनौतियां बनी हुई हैं। अमेरिका और यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों समेत कई देशों के निर्यात और आयात में कमी आई है। इन दोनों क्षेत्रों से आयात लगातार कम हो रहा है। बर्थवाल ने उम्मीद जताई कि देश का वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात वित्त वर्ष 2023-24 में इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के 776 अरब डॉलर के मुकाबले अधिक होगा।