पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड की तीसरी बरसी पर कन्हैयालाल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि ये बेहद दुख का विषय है कि तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें एवं उनके परिवार को न्याय नहीं मिल सका है।
गहलोत ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कन्हैयालाल साहू की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा कि यह बेहद दुख का विषय है कि तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें एवं उनके परिवार को न्याय नहीं मिल सका है। भाजपा ने इस मामले का राजनीतिक इस्तेमाल खूब किया पर न्याय के लिए प्रयास नहीं किया जबकि यह एक दम स्पष्ट मामला है, जिसमें पूरा क्राइम और उसका कबूलनामा तक वीडियो पर रिकॉर्ड है।
गहलाेत ने लिखा कि हमारी सरकार के दौरान कई मामलों में बेहद कम समय में अदालत के माध्यम से त्वरित न्याय दिया गया। इस मामले में भी केवल चार घंटे में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। उसी रात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केस ले लिया और आज तक न्याय का इंतजार है। भाजपा ने पांच लाख-पचास लाख का झूठा प्रचार कर जनता में भ्रम फैलाया और वोट लिए। यह केन्द्र सरकार और एनआईए की असफलता है कि तीन साल होने को बाद भी 166 में से 6 गवाहों की गवाही हो सकी है। इस जघन्य मामले में भी कोई विशेष अदालत या फास्ट ट्रैक अदालत नहीं बनाई गई। वर्तमान में तो सीबीआई कोर्ट के अतिरिक्त प्रभार पर यह मामला चल रहा है।
उन्होंने कहा कि अब इस हत्याकांड पर फिल्म आ रही है। सब जानते हैं कि इस फिल्म का राजनीतिक लाभ किसे होगा परन्तु अभी तक इंसाफ नहीं होता दिख रहा है। मेरा मानना है कि यदि एनआईए ने यह केस राजस्थान पुलिस से नहीं लिया होता तो बहुत पहले ही इन दोषियों को सजा सुनाई जा चुकी होती। उल्लेखनीय की 28 जून 2022 को उदयपुर में कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से गला रेत कर हत्या कर दी गई थी।