राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी) के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.5 मापी गई है। भूकंप का केंद्र सिवनी जिला मुख्यालय ही था, जो कि जमीन से लगभग पांच किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। हालांकि, भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी लेकिन अचानक आए इस झटके से लोग दहशहत में आ गए। कई लोग अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए। इससे पहले रविवार को यहां भूकंप का झटका महसूस किया गया था। बीते 33 घंटों में यहां दो बार भूकंप आने से लोग दहशत में हैं। इधर, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
भू वैज्ञानिकों का कहना है कि भू-गर्भ में कमजोर चट्टान क्षेत्र के कारण सिवनी शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में वर्षाकाल में भूकंप दर्ज होने की सिलसिला जारी है। नेशनल सिस्मोलाजी सेंटर के अनुसार रविवार को अल सुबह 6.09 बजे सिवनी में आए भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 2.5 मापी गई थी जबकि सोमवार को यहां 2.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। फिलहाल, इस भूकंप से किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि की सूचना नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामूली भूकंप से बड़ी हानि की संभावना कम होती है लेकिन फिर भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक भू-गर्भ में मौजूद चट्टानों के वीक जोन रीजन (कमजोर क्षेत्र) में सिवनी जिला आता है। वर्षाकाल में पानी की ओडिंग-अनलोडिंग (दबाव बढ़ने व घटने से) से चट्टानों में तनाव बढ़ने के कारण भूकंप आने का सिलसिला कई सालों से बना हुआ है। कमजोर चट्टान भू-गर्भ की खाली जगह भरने के लिए खिसकती है। इससे तैयार ऊर्जा (एनर्जी) भू-गर्भ से बाहर निकलने के कारण भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं।
चार साल में 50 से ज्यादा भूकंप
सिवनी में भविष्य में रिक्टर स्केल पर ढाई से तीन तीव्रता के भूकंप आने की आशंका बनी हुई है। इससे मजबूत भवनों को नुकसान की आशंका नहीं है। बीते चार साल में इस इलाके में लगभग आधा सैकड़ा से ज्यादा भूकंप दर्ज किए गए हैं। इस साल पहला भूकंप 23 जुलाई को दर्ज हुआ था। अभी तक दर्ज हुए भूकंप से बड़ा नुकसान सामने नहीं आया है। चूनाभट्टी, डूंडासिवनी के रहवासियों के अनुसार बार-बार भूकंप से घर की दीवारों में गहरी दरारें आ गई हैं। सिवनी में केवल एक बार 4.2 तीव्रता का भूकंप आया है। दिल्ली से विशेषज्ञों का दल दो बार सिवनी का दौरा भी कर चुका है। भूकंप की घटनाओं का सटीक विश्लेषण करने सिवनी में चार स्थानों पर भूकंप मापी वेधशाला बनाई गई हैं।