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इंद्रावती का जलस्तर बढ़ने से चित्रकोट जलप्रपात पर्यटकों को सम्मोहित कर रहा

बस्तर संभाग में जुलाई महीने की शुरुआत के साथ ही बीते चार दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण इंद्रावती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे चित्रकोट जलप्रपात पूरी भव्यता और सौदर्य के साथ नजर आने लगा है। झमाझम बारिश ने इस प्राकृतिक धरोहर में जैसे नई जान फूंक दी है। चित्रकोट जलप्रपात गर्जना के साथ प्रत्येक हिस्से से इंद्रावती की जलधाराएं प्रचंड वेग से नीचे गिर रही है। यह मनोहारी दृश्य पर्यटकों को सम्मोहित कर रहा है। बड़ी संख्या में सैलानी इस मोहक और रोमांचकारी स्वरूप को निहारने पहुंच रहे है।

चित्रकोट जलप्रपात घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि वैसे तो बिजाकासा, मेन्द्रीघूमर, तामड़ाघूमर, चित्रधारा, मंडवा के अलावा पारापुर व अन्य कई ऐसे छोटे बड़े जलप्रपात है, लेकिन इन सबके अलावा चित्रकोट व तीरथगढ़ पर्यटकों की पहली पसंद है। 30 सितंबर तक कांगेर घाटी उद्यान की गुफाएं बंद रहेगी। वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत उद्यान प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। कोटमसर गुफा, कैलाश गुफा के साथ ही सभी गुफा बंद रहेगी।

वहीं दूसरी ओर लगातार बारिश की वजह से नदी-नालों का जल स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। इंद्रावती का जल स्तर वार्निंग लेवल के करीब पहुंच गया। नदी का वार्निंग लेवल 8 मीटर है और पानी 5.40 मीटपर रिकॉर्ड किया गया । बारिश की वजह से शहर से लेकर गांवों तक का जनजीवन प्रभावित हुआ है। इंद्रावती समेत अन्य नदी और नालों का जल स्तर बढने से अब निचले इलाकों में परेशानी बढ़ रही है। इधर मौसम विभाग ने कहा है कि बस्तर में बारिश का दौर जारी रहेगा, बारिश की गति धीमी होगी पर रुकने की संभावना कम है। बस्तर जिले में 292 मिमी. बारिश दर्ज की गई है, जाे कि सामान्य से 18 प्रतिशत अधिक है। शहर के कई वार्डों में सामान्य से अधिक लगातार बारिश की वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई । ऐसे में जगदलपुर महापौर संजय पांडे अपने एमआईसी सदस्य व पार्षदों के साथ सुबह जल भराव की स्थिति का जायजा लेने निकले। इस दऔरान महापौर संजय पाण्डे ने आज सुबह नगर निगम के सफाई मित्र को रेनकोट का वितरण किया। उन्होंने बताया वार्डों में पार्षदों के माध्यम से रेनकोट का वितरण किया जायेगा।

नगर निगम आयुक्त प्रवीण वर्मा ने बताया कि, किसी भी आपात स्थिति के लिए होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट पर रखा गया है। डूबान क्षेत्र के लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है । प्रशासन द्वारा बस्तर जिले में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने जिला प्रशासन की ओर से सभी तैयारियों को सुनिश्चित किया जा रहा है।

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