जिले के विद्युत वितरण कंपनी के उदासीन रवैये से उपभोक्ताओं को बिजली की कटौती जैसी समस्या का सामना लगभग प्रतिदिन करना पड़ रहा है। बिजली बिल की पूरी राशि अदा करने के बाद भी शहर में 24 घंटे बिजली देने एवं बेहतर बिजली आपूर्ति का दावा के बावजूद दिन भर में कई बार अघोषित बिजली कटौती से उपभोक्ताओं परेशान हैं। शहर के कई पुराने ट्रांसफार्मर के कारण लोकल फाल्ट, ओव्हरलोड के चलते ट्रिपिंग की समस्या भी बढ़ती जा रही है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि दूसरी ओर लाइट गुल होने पर शिकायत लिखवाने कार्यालय में फोन लगाने पर वहां तैनात कर्मचारी फोन नहीं उठाते, ज्यादातर समय फोन हमेशा खराब ही रहता है। जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। विद्युत वितरण कंपनी के निजिकरण के बाद दंतेवाड़ा जिले में ही नहीं अपितु संपूर्ण बस्तर संभाग में यही हाल है, जिसमें बड़े सुधार की आवश्यकता है।