- 300 बेड अस्पताल परिसर में बनेगा तीन मंजिला ऑफिस, जर्जर भवन से मिलेगी राहत
जिले के स्वास्थ्य महकमे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। करीब 52 साल बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय का ठिकाना बदलने जा रहा है। शासन ने जिला अस्पताल परिसर से सीएमओ कार्यालय को शिफ्ट कर 300 बेड अस्पताल परिसर में बनाए जा रहे नए भवन में ले जाने को मंजूरी दी है। शासन से हरी झंडी मिलने के बाद निर्माण की तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं।
तीन मंजिला होगा नया भवन, शामिल होंगे छह विभाग
सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह ने बताया किशुक्रवार काे बताया कि प्रस्तावित नए भवन को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर कार्यदायी संस्था की नियुक्ति भी कर दी गई है। शासन ने 300 बेड अस्पताल परिसर में छह कार्यालयों को स्थानांतरित करने की अनुमति दी है। नए भवन का निर्माण कार्य लगभग एक वर्ष में पूरा हो जाएगा।”
तीन मंजिला भवन में ये कार्यालय होंगे शामिल
• मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय
• प्रशासनिक शाखा
• लिपिकीय शाखा
• वाहन चालक कार्यालय
• आईडीएसपी (रोग निगरानी कार्यक्रम)
• अन्य स्वास्थ्य विभागीय इकाइयां
इसके अलावा दिव्यांगजनों के लिए भूतल पर विशेष प्रवेश की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
जर्जर भवन से मिलेगी मुक्ति
वर्तमान में जिला अस्पताल परिसर में संचालित सीएमओ कार्यालय करीब 80 साल पुरानी इमारत में है, जो बेहद जर्जर स्थिति में है। बरसात में छत से पानी टपकता है। प्लास्टर गिरने की घटनाएं आम हैं। इससे कर्मचारियों और आने-जाने वाले मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वर्ष 1973 में सीएमओ की पहली नियुक्ति के बाद इस इमारत को औपचारिक रूप से कार्यालय में तब्दील किया गया था।
जन कार्यालय भी बनेगा, आम जनता को होगा लाभ
नए भवन में आम लोगों की सहूलियत के लिए एक जन कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा, जहां स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी जानकारी और सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल सकेंगी। कुल मिलाकर, स्वास्थ्य महकमे के इस ऐतिहासिक बदलाव से न केवल कर्मचारियों को बेहतर कार्य वातावरण मिलेगा, बल्कि आम जनता को भी सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध हो सकेंगी।